नए ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिये नए नियम
सरकार ने नए ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए नियमों में बदलाव किया है। करीब 35 साल बाद सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस के नियमों में बदलाव किया है और नए नियमों के मुताबिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक ऑटोमेटेड हो जाएगा. इससे ड्राइविंग टेस्ट पास करना भी थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
नए नियमों के अनुसार जो लोग अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं या जो अपने ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण कराना चाहते हैं, वे किसी भी जिले में या किसी भी व्यक्ति द्वारा पहले की तरह डीएल नहीं बनवा सकते हैं। बदले हुए नियमों के अनुसार अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए उसी जिले में आवेदन किया जा सकता है, जिसका पता आधार कार्ड में है। लर्निंग लाइसेंस पर भी यही नियम लागू होता है।
नए बदलाव क्या है?
- यह नया नियम ऑनलाइन आवेदकों के लिए है।
- ड्राइविंग टेस्ट की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी।
- स्वचालित यात्रा ट्रैक मार्च में शुरू होगा।
- इसके लिए सेंसर और ओवरहेड कैमरे लगाए जाएंगे।
- एक सप्ताह में सुखाने का काम शुरू हो जाएगा।
आधार कार्ड लिंक करणा आवश्यक है
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वालों को ऑनलाइन टेस्ट देना होगा। साथ ही आपको अपने ड्राइविंग लाइसेंस को आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य होगा। लर्निंग लाइसेंस आवेदकों के लिए परीक्षण फेसलेस हुआ करता था क्योंकि सरकार ने नियमों में बदलाव किया है। इसमें आधार कार्ड के जरिए सिर्फ एड्रेस वेरिफाई किया जाता है। इस कारण जिस जिले में आधार कार्ड बना है, वहां से लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा।